नीचे दाम पर दाल मिलों की खरीद से दिल्ली में शाम के सत्र में मध्य प्रदेश के चना की कीमत 25 रुपये तेज हुई, जबकि राजस्थानी चना के भाव स्थिर बने रहे।
व्यापारियों के अनुसार आस्ट्रेलिया से चना की शिपमेंट लगातार आ रही है। हालांकि हाजिर बाजार में देसी चना का बकाया स्टॉक कम है, साथ ही हल्की क्वालिटी के माल ज्यादा है। दाल मिलर्स जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रहे हैं। चालू रबी में चना की बुआई तो बढ़ी है, लेकिन नई फसल आने में अभी समय है। वैसे भी घरेलू बाजार में देसी चना का अच्छी क्वालिटी में स्टॉक नहीं के बराबर है, इसलिए मौजूदा कीमतों में अब तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए। हालांकि खपत का सीजन होने के कारण चना दाल और बेसन में मांग बनी रहने की उम्मीद है। दाल मिलों के पास बकाया स्टॉक सीमित मात्रा में ही बचा हुआ है।
चालू रबी सीजन में देशभर में चना की बुआई बढ़कर 93.98 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 93.17 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। मुंबई में कनाडा की पीली मटर के दाम 3,300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान मुंबई में रसिया की पीली मटर के भाव 3,400 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। मुंद्रा बंदरगाह पर रसिया की पीली मटर के दाम 3,250 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए, जबकि कनाडा की पीली मटर के दाम 3,400 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। उत्तर प्रदेश की कानपुर मंडी में देसी मटर के भाव 3,675 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।